रियो ग्रांडे जल समझौता: मैक्सिको-अमेरिका के संबंधों में नई दिशा • US Mexico Water Deal
अप्रैल 2025 में मैक्सिको और अमेरिका ने रियो ग्रांडे जल समझौते (US Mexico Water Deal) पर हस्ताक्षर किए, जिससे टेक्सास के किसानों को जल आपूर्ति सुनिश्चित हुई और द्विपक्षीय तनाव कम हुआ।
1. मैक्सिको-अमेरिका जल समझौता किस कारण हुआ?
27 अप्रैल 2025 को, अमेरिका के दबाव और टैरिफ की धमकी के बीच मैक्सिको ने रियो ग्रांडे से अतिरिक्त जल टेक्सास को देने पर सहमति जताई। 1944 की संधि के अनुसार, मैक्सिको को हर पांच वर्षों में 1,750,000 एकड़-फीट जल देना होता है। जल ऋण बढ़ने से अमेरिका ने राजनीतिक दबाव बनाया। यह समझौता कृषि जल संकट से निपटने और आर्थिक प्रतिबंधों से बचने हेतु निर्णायक कदम बना।
2. 1944 की संधि आज भी कितनी प्रासंगिक है?
1944 की संधि अब भी अमेरिका-मैक्सिको जल साझेदारी की रीढ़ है। यह औसतन 350,000 एकड़-फीट वार्षिक जल आपूर्ति अनिवार्य करती है और ऋण पूर्ति की अनुमति देती है। 2020 में मैक्सिको ने 457,800 एकड़-फीट का भुगतान कर इसकी लचीलापन सिद्ध किया। 2025 के संशोधन से इसकी वैधता फिर साबित हुई। दोनों देशों की सरकारी रिपोर्ट और जल आयोगों ने इसकी पुष्टि की है।
3. रियो ग्रांडे कृषि और अर्थव्यवस्था में कैसे योगदान करता है?
रियो ग्रांडे से 21 लाख एकड़ कृषि भूमि सिंचित होती है, जिसमें से 60% मैक्सिको में है। प्रमुख फसलें कपास, खट्टे फल और सब्जियाँ हैं। टेक्सास में यह 5 लाख एकड़ भूमि को जल देता है। इस क्षेत्र की कृषि से वार्षिक आय $1.2 बिलियन से अधिक है। 2025 समझौते से यह आर्थिक जीवनरेखा स्थिर बनी रही। आंकड़े USDA और मैक्सिको कृषि मंत्रालय द्वारा प्रमाणित हैं।
4. जलाशयों और बांधों की क्या भूमिका है?
फाल्कन, अमिस्ताद और मार्टे गोमेज़ जैसे जलाशय जल प्रवाह और विद्युत उत्पादन को नियंत्रित करते हैं। ये 50 लाख एकड़-फीट से अधिक जल संचय करते हैं। 2025 समझौते में जलाशय प्रबंधन का समन्वय शामिल है, जिससे प्रवाह स्थिरता बढ़ेगी। अमिस्ताद डैम लगभग 10 लाख घरों को बिजली देता है। USGS और IBWC के दस्तावेज़ों के अनुसार यह जल बंटवारे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
त्वरित तथ्य बॉक्स:
समझौता तिथि: 27 अप्रैल 2025
नदी का नाम: रियो ग्रांडे
लंबाई: 1,900 मील
वार्षिक संधि दायित्व: 350,000 एकड़-फीट
सिंचित भूमि: 21 लाख+ एकड़
मुख्य जलाशय: अमिस्ताद, फाल्कन, एलीफैंट बट्टे, मार्टे गोमेज़
5. मौसमी और जल विज्ञानीय बदलावों का क्या असर है?
अप्रैल से अक्टूबर के बीच रियो ग्रांडे का प्रवाह अधिक होता है। 2024 में औसत प्रवाह 2,100 क्यूबिक फीट/सेकेंड रहा, जो सामान्य से 30% कम था। 2025 समझौते में जल संकट को ध्यान में रखकर वितरण योजना बनाई गई है। NOAA और मैक्सिको जल आयोग की रिपोर्टें जलवायु के बढ़ते प्रभाव की पुष्टि करती हैं।
6. रियो ग्रांडे किन पर्यावरणीय संकटों से जूझ रही है?
हर साल नदी की 30% से अधिक धाराएं सूखने की कगार पर होती हैं। अधिक दोहन और सूखे ने जल प्रवाह को प्रभावित किया है, खासकर न्यू मैक्सिको और चिहुआहुआ में। 2025 समझौते में प्रवाह की निगरानी और पारिस्थितिकीय संरक्षण की शर्तें शामिल हैं। WWF और IBWC के अनुसार नदी के पारिस्थितिक तंत्र को बनाए रखना जरूरी है।
7. इस कूटनीतिक उपलब्धि के प्रमुख व्यक्ति कौन थे?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जल समझौते के पालन के लिए आर्थिक दबाव बनाया। मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाउम और जल आयोग प्रमुख जर्मन मार्टिनेज ने जल आपूर्ति की सहमति दी। “हमारा लक्ष्य दबाव नहीं, सहयोग से शांति है,” शिनबाउम ने हस्ताक्षर समारोह में कहा। अमेरिकी राजदूत केन सालाजार ने कहा, “यह कृषि, कूटनीति और पर्यावरण की जीत है।”
क्या बात बनाती है इस कहानी को ज़रूरी पढ़ने लायक?
अप्रैल 2025 का यह समझौता दो देशों की जल नीति में नया अध्याय जोड़ता है, जो कृषि, पर्यावरण और कूटनीति का संतुलित उदाहरण है। यह भविष्य की दिशा को दर्शाता है।
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