मई के लिए IMD की मौसम चेतावनी • May IMD Weather Alert
May IMD Weather Alert, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 30 अप्रैल 2025 को कई राज्यों में भारी बारिश, आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और लू को लेकर चेतावनी जारी की है। यह स्थिति 5 मई तक बनी रह सकती है।
1. 30 अप्रैल 2025 को IMD ने अलर्ट क्यों जारी किया?
30 अप्रैल 2025 को IMD ने पूर्वी व मध्य भारत के लिए तेज आंधी, बिजली गिरने और ओलावृष्टि की चेतावनी दी। ओडिशा, झारखंड, विदर्भ और गंगा-पश्चिम बंगाल जैसे राज्य 3 मई तक 60 किमी/घंटा की गति से तेज हवाओं और भारी बारिश का सामना करेंगे। यह चेतावनी IMD के वेदर मॉडल और डॉपलर रडार डेटा द्वारा सत्यापित है, जो सतह पर गर्मी व नमी के कारण मौसम में अस्थिरता दर्शाते हैं।
2. वर्तमान में किन क्षेत्रों पर सबसे अधिक असर है?
छत्तीसगढ़, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में आंधी-तूफान की स्थिति बनी हुई है। 29 अप्रैल को इन क्षेत्रों में ओलावृष्टि और भारी वर्षा की पुष्टि की गई है। ये अनुमान उपग्रह चित्रों और स्थानीकृत मौसम स्टेशनों के डेटा से दोहरा सत्यापन प्राप्त कर चुके हैं। यह क्षेत्र प्री-मानसून गतिविधियों के तहत उच्च जोखिम में हैं।
3. उत्तरी भारत में मौसम क्यों बिगड़ रहा है?
1–5 मई के बीच एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्रों (जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड) में व्यापक वर्षा और 50 किमी/घंटा तक हवाएं लाएगा। साथ ही पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में धूलभरी आंधी की संभावना है। यह सिस्टम भूमध्यसागर क्षेत्र से उत्पन्न हुआ है, जिसे वैश्विक वेदर मॉडलों द्वारा सत्यापित किया गया है।
4. दिल्ली-एनसीआर पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?
1–2 मई को दिल्ली-एनसीआर में 50 किमी/घंटा तक की धूलभरी आंधी और आंशिक बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 36–39°C के आसपास रहेगा, जो सामान्य से थोड़ा कम है। SAFAR और IMD डेटा से स्पष्ट है कि तेज हवाओं के कारण प्रदूषण स्तर में अस्थायी सुधार देखा जाएगा जबकि आर्द्रता में वृद्धि हो सकती है।
त्वरित तथ्य बॉक्स:
चेतावनी तिथि: 30 अप्रैल 2025
प्रभावित राज्य: पूर्वी, मध्य, उत्तर व दक्षिण भारत
हवा की गति: 40–60 किमी/घंटा
लू का क्षेत्र: सौराष्ट्र, कच्छ, राजस्थान, महाराष्ट्र
बारिश: ओडिशा, असम, मेघालय में भारी वर्षा
सत्यापन स्रोत: IMD बुलेटिन, उपग्रह चित्रण, रडार डेटा
5. क्या पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत भी प्रभावित होगा?
हां, असम, मेघालय, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश और 60 किमी/घंटा की तेज हवाओं की संभावना है। दक्षिण भारत में केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ वर्षा होगी। IMD और स्काइमेट के दोहरे सत्यापन से पुष्टि होती है कि बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवाएं इस मौसम का कारण बन रही हैं।
6. लू की स्थिति किन क्षेत्रों में गंभीर है और कब तक रहेगी?
29 अप्रैल से 1 मई तक सौराष्ट्र, कच्छ, पश्चिम राजस्थान और हिमाचल में लू की स्थिति बनी रहेगी। इसके अलावा तमिलनाडु, केरल, गुजरात, और मराठवाड़ा जैसे क्षेत्रों में भी गर्म व आर्द्र स्थिति रहेगी। IMD के तापमान मॉडल और उपग्रह थर्मल मैपिंग से पुष्टि होती है कि कई क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 42°C से ऊपर पहुंच रहा है।
7. आम लोगों को क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
IMD ने लोगों को आंधी के दौरान खुले में न निकलने, छत पर सामान सुरक्षित रखने और लू से बचाव के लिए हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी है। शैक्षणिक संस्थानों और प्रशासनिक इकाइयों को भी सतर्क किया गया है। यह सलाह क्षेत्रवार जोखिम विश्लेषण और प्रभाव आधारित पूर्वानुमान प्रणाली पर आधारित है।
क्या बनाता है इस खबर को पढ़ना जरूरी
यह रिपोर्ट पूरे भारत में मौसम की असामान्य स्थिति को दर्शाती है। वैज्ञानिक विश्लेषण, सत्यापित पूर्वानुमान और सावधानी उपायों के समावेश से यह लेख भारत के लिए मौसम जागरूकता का अहम स्रोत बनता है।
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