प्रोजेक्ट कुइपर के साथ मस्क के स्टारलिंक को टक्कर देने के लिए अमेज़न ने 27 सैटेलाइट लॉन्च किए • Project Kuiper

28 अप्रैल 2025 को, अमेज़न ने केप केनावेरल से 27 सैटेलाइट लॉन्च कर प्रोजेक्ट कुइपर (Project Kuiper) की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य स्पेसएक्स के Starlink से प्रतिस्पर्धा करते हुए वैश्विक इंटरनेट सेवा प्रदान करना है। इस मेगा-नक्षत्र (mega constellation) में कुल 3,200 उपग्रहों को तैनात करने की योजना है।

1. प्रोजेक्ट कुइपर का मुख्य उद्देश्य क्या है?
28 अप्रैल 2025 को केप केनावेरल से 27 सैटेलाइट लॉन्च करके अमेज़न ने प्रोजेक्ट कुइपर की शुरुआत की। इस पहल का लक्ष्य है 3,200 से अधिक उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित कर पूरी दुनिया को इंटरनेट सेवा प्रदान करना। इसका उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्रों तक कनेक्टिविटी पहुँचाना और वैश्विक इंटरनेट पहुंच को बेहतर बनाना है।

2. प्रोजेक्ट कुइपर स्टारलिंक से कैसे प्रतिस्पर्धा करता है?
प्रोजेक्ट कुइपर, स्पेसएक्स के स्टारलिंक का सीधा प्रतिस्पर्धी है, जिसके पास पहले से ही 7,200 से अधिक उपग्रह कक्षा में हैं। इसके बावजूद, अमेज़न को अपने वैश्विक इंटरनेट सेवा देने की क्षमता पर भरोसा है। पहले 27 उपग्रहों का यह प्रक्षेपण, बाजार में स्पेसएक्स की बढ़त को चुनौती देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

3. प्रोजेक्ट कुइपर के उपग्रहों की तकनीकी विशेषताएँ क्या हैं?
अमेज़न के उपग्रह उन्नत तकनीक से लैस हैं—जैसे फेज़्ड एरे एंटेना, प्रोपल्शन सिस्टम, और ऑप्टिकल इंटर-सैटेलाइट लिंक। इनमें एक विशेष डाइलेक्ट्रिक मिरर फिल्म कोटिंग भी है, जो खगोलविदों के लिए दृश्यता कम करती है। ये सुधार कनेक्टिविटी बढ़ाने और हस्तक्षेप कम करने के उद्देश्य से किए गए हैं।

त्वरित तथ्य बॉक्स:
लॉन्च की तारीख: 28 अप्रैल 2025
स्थान: केप केनावेरल, फ्लोरिडा
पहले लॉन्च में सैटेलाइट की संख्या: 27
प्रोजेक्ट कुइपर के लिए कुल नियोजित सैटेलाइट: 3,200
प्रतिस्पर्धा: स्पेसएक्स के 7,200+ उपग्रहों वाले स्टारलिंक से

4. ये उपग्रह ऑपरेशनल ऊँचाई तक कैसे पहुँचेंगे?
ये 27 उपग्रह पहले पृथ्वी से 450 किमी की ऊँचाई पर स्थापित किए जाएंगे और बाद में इन्हें 630 किमी की ऑपरेशनल ऊँचाई पर पहुँचाया जाएगा। यह ऊँचाई बेहतर कवरेज और स्थिर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करती है। अमेज़न ने 80 से अधिक भविष्य प्रक्षेपण की योजना बनाई है, जिनमें मुख्य रूप से एटलस V और वल्कन सेंटौर रॉकेट्स का उपयोग होगा।

5. अमेज़न के इस सैटेलाइट प्रोजेक्ट को किन साझेदारियों से समर्थन मिला है?
प्रोजेक्ट कुइपर के लिए अमेज़न ने ब्लू ओरिजिन, स्पेसएक्स, और आरियनस्पेस जैसी प्रमुख कंपनियों के साथ साझेदारी की है। ये रणनीतिक सहयोग अमेज़न की 3,200 से अधिक उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने की योजना को सशक्त बनाते हैं और यह दिखाते हैं कि कंपनी एक विश्वसनीय सैटेलाइट नेटवर्क स्थापित करने के लिए कितनी प्रतिबद्ध है।

यह कहानी पढ़ना क्यों ज़रूरी है?
अमेज़न के प्रोजेक्ट कुइपर की लॉन्चिंग वैश्विक इंटरनेट कनेक्टिविटी की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। स्पेसएक्स से प्रतिस्पर्धा, तकनीकी उन्नति और मज़बूत साझेदारियाँ इसे पढ़ने योग्य बनाती हैं।

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An educator for over 14 years with a background in science, technology, and geography, I simplify complex social topics with clarity and curiosity. Crisp, clear, and engaging writing is my craft—making knowledge accessible and enjoyable for all.

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