ईरान के शाहिद राजाई बंदरगाह पर हुए विस्फोट की टाइम लाइन • Shahid Rajaee Port

ईरान के शाहिद राजाई बंदरगाह (Shahid Rajaee Port) में 26 अप्रैल 2025 को विस्फोट के कारण 14 लोगों की मौत हो गई और 750 घायल हो गए। यह हादसा खतरनाक रासायनिक सामग्री के कारण हुआ।

1. 26 अप्रैल 2025 को शाहिद राजाee पोर्ट में क्यों हुआ भयंकर विस्फोट?
26 अप्रैल 2025 को शाहिद राजाee पोर्ट, बांदेर अब्बास, ईरान में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ, जो खतरनाक रासायनिक सामग्री के एक डिपो से शुरू हुआ। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, विस्फोट के पीछे सोडियम पेरक्लोराट था, जो मिसाइल ईंधन के निर्माण में उपयोग होता है। इस विस्फोट ने व्यापक आग को जन्म दिया और पोर्ट के आसपास के इलाकों में तबाही मचाई। जांच के दौरान सामग्री प्रबंधन में लापरवाही के संकेत मिले हैं।

2. शाहिद राजाee पोर्ट के विस्फोट का असर कितनी दूर तक महसूस हुआ?
विस्फोट की लहर 50 किलोमीटर दूर तक महसूस की गई, जिससे पोर्ट की संरचनाओं को भारी नुकसान हुआ। आस-पास की इमारतों की खिड़कियाँ टूट गईं और संरचनात्मक दरारें आईं। बांदर अब्बास, जो विस्फोट स्थल से 20 किलोमीटर दूर है, ने तत्काल स्कूलों और कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया। धुंआ और मलबा कई क्षेत्रों में फैलने से सामान्य जीवन प्रभावित हुआ।

3. विस्फोट के बाद हेलीकॉप्टर क्यों भेजे गए?
आग की लपटों को काबू करने के लिए हेलीकॉप्टरों को तुरंत तैनात किया गया। वीडियो में देखा गया कि हेलीकॉप्टर जलते हुए कंटेनरों पर पानी का छिड़काव कर रहे थे, जो घने काले धुएं से घिरे थे। बावजूद इसके, हवा की तेज़ गति और अन्य कारणों से आग को तुरंत बुझाना मुश्किल हो गया। इसने सुरक्षा खामियों को उजागर किया, खासकर आग रोकने की स्वचालित प्रणाली की कमी को।

4. प्रारंभिक जांच ने विस्फोट के कारणों के बारे में क्या बताया?
ईरानी राज्य टेलीविजन और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स से जुड़े स्रोतों ने पुष्टि की कि विस्फोट सोडियम पेरक्लोराट के कारण हुआ। यह रासायनिक तत्व अत्यधिक संवेदनशील है और गर्मी या घर्षण के संपर्क में आने पर विस्फोट कर सकता है। कस्टम अधिकारियों ने स्वीकार किया कि खतरनाक सामग्री के प्रबंधन में सुरक्षा मानकों का पालन सही से नहीं किया गया। इस घटना ने वैश्विक स्तर पर रासायनिक पदार्थों के भंडारण सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

5. ईरान की स्वास्थ्य सेवाओं ने घायलों का इलाज कैसे किया?
750 से अधिक घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। हार्मोज़गान प्रांत के रक्त ट्रांसफ्यूजन केंद्र ने रक्त दान की अपील की, क्योंकि घायलों की संख्या अत्यधिक थी। अस्थायी चिकित्सा केंद्र भी स्थापित किए गए थे ताकि अधिक से अधिक मरीजों का इलाज किया जा सके। इस घटना ने आपातकालीन सेवाओं की तत्परता पर सवाल उठाए और भविष्य में बेहतर आपातकालीन योजना की आवश्यकता को रेखांकित किया।

6. शाहिद राजाई पोर्ट विस्फोट के बाद ईरान के तेल संयंत्र सुरक्षित क्यों रहे?
विस्फोट के बावजूद बांदेर अब्बास में स्थित तेल संयंत्र और पाइपलाइनों पर कोई असर नहीं पड़ा। राष्ट्रीय ईरानी तेल उत्पाद वितरण कंपनी ने पुष्टि की कि विस्फोट का ईंधन संयंत्रों, टैंकों या पाइपलाइनों से कोई संबंध नहीं था। इस घटना ने यह स्पष्ट किया कि खतरनाक रासायनिक भंडारण और तेल उत्पादन क्षेत्रों के बीच उचित दूरी और क्षेत्र निर्धारण की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो।

7. शाहिद राजाई पोर्ट विस्फोट का दीर्घकालिक आर्थिक प्रभाव क्या होगा?
शाहिद राजाई बंदरगाह, जो दक्षिणी ईरान के लगभग 85% वाणिज्यिक शिपिंग संचालन को संभालता है, अब एक लंबी अवधि तक बाधित होगा। अनुमान के अनुसार, संरचनात्मक क्षति और बीमा दावों के कारण लाखों डॉलर का नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, ईरान के निर्यात और आयात की गति में रुकावट आने का खतरा है, जो पहले से ही वैश्विक व्यापार और आर्थिक प्रतिबंधों से प्रभावित है। पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और रासायनिक सुरक्षा पर तत्काल सुधार की आवश्यकता है।

8. इस कहानी को क्यों पढ़ना चाहिए?
शाहिद राजाई बंदरगाह का विस्फोट हमें औद्योगिक सुरक्षा, आपातकालीन प्रतिक्रिया और आर्थिक जोखिमों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देता है। इस घटना से हम समझ सकते हैं कि रासायनिक भंडारण सुरक्षा को कैसे बेहतर किया जा सकता है।

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An educator for over 14 years with a background in science, technology, and geography, I simplify complex social topics with clarity and curiosity. Crisp, clear, and engaging writing is my craft—making knowledge accessible and enjoyable for all.

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